जिंदगी का सफर..
जिंदगी का सफर..
रह जाता है सिर्फ़ तन्हाइयों भरा
पिटारा यादों का वादा का.. टूटे अरमानों का
सोचता रह जाता है बैठ अकेले
बीते सफ़र का एक एक पल..
टटोलता है उन यादों बीच छुपी मिट्ठी जिंदगी..
ज़ी आता है पुनः उन बीते दिनों को
मिल आता है उन लोगों से जो बहुत...
रह जाता है सिर्फ़ तन्हाइयों भरा
पिटारा यादों का वादा का.. टूटे अरमानों का
सोचता रह जाता है बैठ अकेले
बीते सफ़र का एक एक पल..
टटोलता है उन यादों बीच छुपी मिट्ठी जिंदगी..
ज़ी आता है पुनः उन बीते दिनों को
मिल आता है उन लोगों से जो बहुत...