इश्क से डर
इश्क की बात से डर जाते हैं।
कोई मुस्कुरा दे तो शहर जाते हैं।
हसरत मिट गई दिल लगाने की।
उसके जज्बात से डर जाते है।
खिड़कियों से देखें तो मत पूछो।
नजरों के आघात से डर जाते है।
इश्क से हम दूर निकल आए हैं।
उसकी मुलाकात से डर जाते हैं।
© abdul qadir
कोई मुस्कुरा दे तो शहर जाते हैं।
हसरत मिट गई दिल लगाने की।
उसके जज्बात से डर जाते है।
खिड़कियों से देखें तो मत पूछो।
नजरों के आघात से डर जाते है।
इश्क से हम दूर निकल आए हैं।
उसकी मुलाकात से डर जाते हैं।
© abdul qadir