...

4 views

मौन
मौन चुनना
ज्यादा कठिन है,
शब्दों को चुनने से..!

शब्दों का चयन
आसान कर देता है,
हमारा ठीक उतना ही पहुंचना,
जितना हम खुद से चले थे..
मौन ठीक उतना ही पहुंचे
दूसरे छोर तक,
यह प्रायः संभव नहीं होता..
ख़ुद का, गंतव्य तक,
पूरा न पहुंच पाने का जोखिम,
बहुत बड़ा होता है..

यूं नाप तोलकर पहुंच पाना,
मौन की नियति में कहां..
अनंत आकाश की नियति में
जैसे नियत परिधि नहीं,
जिसने जहां से जितना देखा,...