मन
मेरे अंदर ही है गहन अंधेरा,
मेरे अंदर ही दीपक जलता दिखता है,,
मेरे अंदर ही है शांत सवेरा,
अंदर ही सूरज ढलता दिखता है,,
अंदर ही बहती है शांत हवा सी,
कभी...
मेरे अंदर ही दीपक जलता दिखता है,,
मेरे अंदर ही है शांत सवेरा,
अंदर ही सूरज ढलता दिखता है,,
अंदर ही बहती है शांत हवा सी,
कभी...