रूह
समाई थी उसमे
उसकी रूह की तरह
देखा था उसको
उसके अंदर से
किसी करीबी की तरह
पाया था उसको
उसके दिल से
किसी हसीन...
उसकी रूह की तरह
देखा था उसको
उसके अंदर से
किसी करीबी की तरह
पाया था उसको
उसके दिल से
किसी हसीन...