पल भर के लिए क्यों प्यार किया।
पल भर के लिए क्यों प्यार किया,
जो रोना पड़ा अधूरी कहानी में।
ना किया सही से प्यार मेरे साथ,
ओर फूंक दिया प्यार का घर जवानी में।
तुम मतलबी यार निकला साथी,
जो मुझे प्यार से अपना लिया।
सामने होकर बेवस कर दिया, अपनी बातों में।
मै नहीं बन पाए अगर तुम्हारे गुलाम, तो पीछे से खंजर घोप दिया।
गति तुम्हारी और मत गई जो...
जो रोना पड़ा अधूरी कहानी में।
ना किया सही से प्यार मेरे साथ,
ओर फूंक दिया प्यार का घर जवानी में।
तुम मतलबी यार निकला साथी,
जो मुझे प्यार से अपना लिया।
सामने होकर बेवस कर दिया, अपनी बातों में।
मै नहीं बन पाए अगर तुम्हारे गुलाम, तो पीछे से खंजर घोप दिया।
गति तुम्हारी और मत गई जो...