' सुचारू - शासन'
यहां सबकुछ ठीक है
बस 'पेपर-लीक' है
नाम बदले चहेरा बदला
रीत-रसम वोही ढीठ है
तु क्या हम भी हैरान हैं
चाक चौबंद थी सुरक्षा
फिर कैसे घटा वाकया?
आखीर हम भी हैं इन्सान
तुं भी, हम भी सब भरोसे भगवान
'ન જાણ્યું 'જાનકી-નાથે' સવારે શું થવાનું છે'
('जानकीनाथ को भी मालुम नहि था, सुबह
क्या...
बस 'पेपर-लीक' है
नाम बदले चहेरा बदला
रीत-रसम वोही ढीठ है
तु क्या हम भी हैरान हैं
चाक चौबंद थी सुरक्षा
फिर कैसे घटा वाकया?
आखीर हम भी हैं इन्सान
तुं भी, हम भी सब भरोसे भगवान
'ન જાણ્યું 'જાનકી-નાથે' સવારે શું થવાનું છે'
('जानकीनाथ को भी मालुम नहि था, सुबह
क्या...