हम गुन्हेगार ही सही
वो मुहोब्बत करने लगे
जब हमने बस दोस्ती चाही
हर चीज़ पता होके भी
उन्होंने इश्क़ मे दुनूया लुटानी चाही
कैसे करलेते हम उन से मुहोब्बत
जब दिल ही मायूस बन गया
खुशी मिले या दर्द
हमने बस सच को...
जब हमने बस दोस्ती चाही
हर चीज़ पता होके भी
उन्होंने इश्क़ मे दुनूया लुटानी चाही
कैसे करलेते हम उन से मुहोब्बत
जब दिल ही मायूस बन गया
खुशी मिले या दर्द
हमने बस सच को...