वो याद आती हैं.....!
वो याद आती हैं
हर पल मुझे तड़पाती हैं
पता नही वो कैसे सह पाती हैं
पर बहुत याद आती हैं!
हमारा मिलना तय नहीं था
बिछड़ने का भी भय नहीं था
सुरो में कोई लय नहीं था
रोक पाने का भी समय नहीं था!
फिर क्या,दिन रात बाते हुई
एक दूसरे से...
हर पल मुझे तड़पाती हैं
पता नही वो कैसे सह पाती हैं
पर बहुत याद आती हैं!
हमारा मिलना तय नहीं था
बिछड़ने का भी भय नहीं था
सुरो में कोई लय नहीं था
रोक पाने का भी समय नहीं था!
फिर क्या,दिन रात बाते हुई
एक दूसरे से...