"तेरी यादों का सरमाया"
कह दो जो आज तुमको कहना है,,
मै सुनने के बेताब हु,,
लिख दो कुछ अपनी कलम से,,
तो मैं पढ़ने का आगाज करु,,
देख लो जो एक नजर तुम,,
मै खुद का हाल बेहाल करु,,
जो चंद लम्हों को भी...
मै सुनने के बेताब हु,,
लिख दो कुछ अपनी कलम से,,
तो मैं पढ़ने का आगाज करु,,
देख लो जो एक नजर तुम,,
मै खुद का हाल बेहाल करु,,
जो चंद लम्हों को भी...