PYAAR
मजबूरी भरे, कमज़ोर, लाचार, और डरपोक प्यार के पीछे भाग रहे हो?
'मरी हुई चीज़ों' को ज़िन्दा करने के लिए अपनी खुशियाँ त्याग रहे हो?
जिसके लिये तुम सिर्फ एक ऑप्शन हो उसके लिये रात रात भर जाग रहे हो?
जिसके दिल में ना तुम्हारे लिए दया हो, ना मन में उत्सुकता हो, उसके राग अलाप रहे हो? जो दुनिया के गुणगान गाये, मगर हर चीज़ में सिर्फ तुम्हें गलत बताये, उसको वफादार मान रहे हो?
प्यार में ना बैक-अप होता है, ना पैक-अप होता है, प्यार में हर पल...
'मरी हुई चीज़ों' को ज़िन्दा करने के लिए अपनी खुशियाँ त्याग रहे हो?
जिसके लिये तुम सिर्फ एक ऑप्शन हो उसके लिये रात रात भर जाग रहे हो?
जिसके दिल में ना तुम्हारे लिए दया हो, ना मन में उत्सुकता हो, उसके राग अलाप रहे हो? जो दुनिया के गुणगान गाये, मगर हर चीज़ में सिर्फ तुम्हें गलत बताये, उसको वफादार मान रहे हो?
प्यार में ना बैक-अप होता है, ना पैक-अप होता है, प्यार में हर पल...