रिश्तों में रिश्ता खास रहा...
रिश्तों में रिश्ता इक खास रहा
वही तो हर बार पास रहा
दुखी में भी वही खुशी में वही
हर बात दोस्त से ही कही
चाहे लङ लेते झगङ लेते
फिर भी हाथ हम पकङ लेते
कुछ शाम बैठ कभी सैर कर आते
तो कभी अनबन हो बैर कर आते
फिर दूजे दिन मिल जाते
मिल गले फिर खिल जाते
कुछ सुरों को...
वही तो हर बार पास रहा
दुखी में भी वही खुशी में वही
हर बात दोस्त से ही कही
चाहे लङ लेते झगङ लेते
फिर भी हाथ हम पकङ लेते
कुछ शाम बैठ कभी सैर कर आते
तो कभी अनबन हो बैर कर आते
फिर दूजे दिन मिल जाते
मिल गले फिर खिल जाते
कुछ सुरों को...