खमोशी
जिन राहों पे तुम मिलती हो
वहां पर इंतज़ार के लम्हे रखे रहते है
अगर लब खमोश है तुम्हारे तो कोई बात नहीं
प्यार करने वाले तो नज़रों से बोल देते है
तुम खमोश थी
दिल में इक दर्द सा हुआ था
एक निगाह के सहारे जिंदगी जीने का दिल था
बिन तेरे जीना एक भी पल मुश्किल था
कह देते कुछ यह मुस्कुरा देते
तुम्हारा यह अहसान क्या कम था
जुल्फों में छुपा लेती मुझको
इस दुनिया में मुझे बहुत गम था
एक बार देख लेती मुझे प्यार से
तो अच्छा होता
यूँ ही खमोश रहोगी
तो मै कैसा जीता
© All Rights Reserved
वहां पर इंतज़ार के लम्हे रखे रहते है
अगर लब खमोश है तुम्हारे तो कोई बात नहीं
प्यार करने वाले तो नज़रों से बोल देते है
तुम खमोश थी
दिल में इक दर्द सा हुआ था
एक निगाह के सहारे जिंदगी जीने का दिल था
बिन तेरे जीना एक भी पल मुश्किल था
कह देते कुछ यह मुस्कुरा देते
तुम्हारा यह अहसान क्या कम था
जुल्फों में छुपा लेती मुझको
इस दुनिया में मुझे बहुत गम था
एक बार देख लेती मुझे प्यार से
तो अच्छा होता
यूँ ही खमोश रहोगी
तो मै कैसा जीता
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