कितने करीब हो तुम
रोज पूछते हो मुझसे ,कैसे समझाऊँ,
मेरी कलम से या मेरे लफ्जों में बयां करती जाऊँ?
मैं गुलाब तो मेरी महक हो तुम,
मैं चिड़िया तो मेरी चहक हो तुम,
मैं नदी तो मेरी...
मेरी कलम से या मेरे लफ्जों में बयां करती जाऊँ?
मैं गुलाब तो मेरी महक हो तुम,
मैं चिड़िया तो मेरी चहक हो तुम,
मैं नदी तो मेरी...