ग़ज़ल : सुन यह कहानी तेरी है
सुन यह कहानी तेरी है
हाँ बस बयानी मेरी है
सर चढ़ के बोला करती है
क्या शय जवानी तेरी है
पागल बना के रक्खा है
तौबा जवानी तेरी है
तौबा के बोला था 'क़फ़स'
हाँ...
हाँ बस बयानी मेरी है
सर चढ़ के बोला करती है
क्या शय जवानी तेरी है
पागल बना के रक्खा है
तौबा जवानी तेरी है
तौबा के बोला था 'क़फ़स'
हाँ...