तुम्हारी नज़र
ये तुम्हारी नज़र
मेरा हुनर
धूल सा बिखरा
या कुचलना मुझे
गुरुर भला किस बात का
एक कोयला जला
हीरे सा तराशा तुमने
कौन लगाए क्या मोल
बेशकीमती तुम्हारी नज़र में
© "the dust"
मेरा हुनर
धूल सा बिखरा
या कुचलना मुझे
गुरुर भला किस बात का
एक कोयला जला
हीरे सा तराशा तुमने
कौन लगाए क्या मोल
बेशकीमती तुम्हारी नज़र में
© "the dust"
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