वजूद ....
खुद को ढूंढते ही रह गए उनके जाने के बाद...
भीड़ में भी तन्हा रह गए उनके जाने के बाद...
आधा अधूरा जो भी बचा था पहले-सा ना रहा...
हम अपने वजूद के टुकड़े समेटते रह गए उनके जाने के बाद..!!!
भीड़ में भी तन्हा रह गए उनके जाने के बाद...
आधा अधूरा जो भी बचा था पहले-सा ना रहा...
हम अपने वजूद के टुकड़े समेटते रह गए उनके जाने के बाद..!!!