सोशल वेलफेयर
मैंने देखा....
मैंने देखा हरिश्चंद्र कहलाने वाले नाटक ।
अवसर पाकर लूट रहे हैं तोड़ तोड़ कर फाटक ।।
विका समाजवाद मानवता के कोरे सपने में ।
लोकतंत्र सरकार चलाने वाले भी अपने में ।
देखा बड़े बड़े अधिकारी रौब जमाए...
मैंने देखा हरिश्चंद्र कहलाने वाले नाटक ।
अवसर पाकर लूट रहे हैं तोड़ तोड़ कर फाटक ।।
विका समाजवाद मानवता के कोरे सपने में ।
लोकतंत्र सरकार चलाने वाले भी अपने में ।
देखा बड़े बड़े अधिकारी रौब जमाए...