बजट :-एक और उम्मीद
संसद में सब जमे थे
कुर्सी पर अपनी अड़े थे।।
एक- एक कर के आना
जाना भी लगा था।।
सफेद पोस्त कबूतर जस
झुंड भी बना था।।
मीडिया भी तैयार थी
सबसे तेज खबर पहुँचाने
को बेकरार थी ।।
इधर हम भी टिवी के पास
जमे थे,कुछ छूट न जाय
हमसे इसलिए चकोर
की भाँति बैठे थे।।
चेहरे पर एक भीनी
मुस्कान आई,जब
टेलीविजन पर वित्त
मंत्री जी नजर आई।।
देखते ही मन मे प्रश्नों का
सैलाब उमड़ आया,
क्या पाएँगे आज क्या खोयेंगे
ये ख्याल भी मन में आया।।
आखिर वो मंजर आ गया
जिसे देखना एक तृष्णा थी।।
वित्त मंत्री जी ने संसद रूपी
स्टेडियम में जम कर बल्ला
घुमाया,घोषणाओं का
...
कुर्सी पर अपनी अड़े थे।।
एक- एक कर के आना
जाना भी लगा था।।
सफेद पोस्त कबूतर जस
झुंड भी बना था।।
मीडिया भी तैयार थी
सबसे तेज खबर पहुँचाने
को बेकरार थी ।।
इधर हम भी टिवी के पास
जमे थे,कुछ छूट न जाय
हमसे इसलिए चकोर
की भाँति बैठे थे।।
चेहरे पर एक भीनी
मुस्कान आई,जब
टेलीविजन पर वित्त
मंत्री जी नजर आई।।
देखते ही मन मे प्रश्नों का
सैलाब उमड़ आया,
क्या पाएँगे आज क्या खोयेंगे
ये ख्याल भी मन में आया।।
आखिर वो मंजर आ गया
जिसे देखना एक तृष्णा थी।।
वित्त मंत्री जी ने संसद रूपी
स्टेडियम में जम कर बल्ला
घुमाया,घोषणाओं का
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