लड़को के मन की बात
लड़के सोचते हैं ,क्यों बाकियों के कारण सब बदनाम होते हैं
लोग सबको एक ही नजर से देखते हैं
आखिर हम भी एक भाई हैं किसी के बेटे हैं
समाज की कुरीतियों से वाकिफ हैं
मगर ऐसी बात नहीं कि हम भी उनमें से हैं
सम्मान प्रतिष्ठा के साथ ही जीते हैं
हर एक भाई का यही वादा रहता है
बहन को बचाने का हर घड़ी इरादा रहता है
लड़के ही बुरी नहीं होते लड़कियां भी होती हैं
बस समझ का फेर है
शुरू से ही लड़कों को मन तो आज भी वही है
समाज नहीं जानता पर हम तो जानते हैं ,की सच्चाई क्या है
लड़का करे तो गलत और लड़की करे तो सही
मगर कौन झगड़ने जाए उनसे जो चाहते ही वही
शादी के पहले तो लड़कियां लडको से बहुत मोहब्बत करती है
लेकिन शादी के बाद,कोई कितना भी समझाएं
वो सास ससुर को पराया ही समझती हैं
रिश्ते में तकरार आने यही से लगते हैं
अगर वह लडको के रिश्तेदारों को अपना समझने लगेंगी
तभी तो ट्रेन पटरी पे रहेगी
रोशन होगा हर,घर आंगन में खुशियां बहेंगी
हमारे साथ उन्हें भी समझना होगा
समाज में हमारा भी सम्मान रखना होगा....
- vaishnavi
लोग सबको एक ही नजर से देखते हैं
आखिर हम भी एक भाई हैं किसी के बेटे हैं
समाज की कुरीतियों से वाकिफ हैं
मगर ऐसी बात नहीं कि हम भी उनमें से हैं
सम्मान प्रतिष्ठा के साथ ही जीते हैं
हर एक भाई का यही वादा रहता है
बहन को बचाने का हर घड़ी इरादा रहता है
लड़के ही बुरी नहीं होते लड़कियां भी होती हैं
बस समझ का फेर है
शुरू से ही लड़कों को मन तो आज भी वही है
समाज नहीं जानता पर हम तो जानते हैं ,की सच्चाई क्या है
लड़का करे तो गलत और लड़की करे तो सही
मगर कौन झगड़ने जाए उनसे जो चाहते ही वही
शादी के पहले तो लड़कियां लडको से बहुत मोहब्बत करती है
लेकिन शादी के बाद,कोई कितना भी समझाएं
वो सास ससुर को पराया ही समझती हैं
रिश्ते में तकरार आने यही से लगते हैं
अगर वह लडको के रिश्तेदारों को अपना समझने लगेंगी
तभी तो ट्रेन पटरी पे रहेगी
रोशन होगा हर,घर आंगन में खुशियां बहेंगी
हमारे साथ उन्हें भी समझना होगा
समाज में हमारा भी सम्मान रखना होगा....
- vaishnavi