Mai khud ko or tujhko ek sath likhungi...
मैं खुद को दाग और तुझको चांद लिखूंगी...
खुद बनूंगी चांद की रात और तुझको रात का हसीन ख्वाब लिखूंगी...
मैं खुद को ज़मीन और तुझको आसमान लिखूंगी...
खुद बनूंगी बरसात में नाचने वाला मोर और तुझको बरसात की हर बूंद लिखूंगी...
मैं खुद को मछली और तुझको...
खुद बनूंगी चांद की रात और तुझको रात का हसीन ख्वाब लिखूंगी...
मैं खुद को ज़मीन और तुझको आसमान लिखूंगी...
खुद बनूंगी बरसात में नाचने वाला मोर और तुझको बरसात की हर बूंद लिखूंगी...
मैं खुद को मछली और तुझको...