रग रग में तू बसा है
मेरी रग रग में तू बसा है
घर के हर कोने में तू बसा है
फिर क्यों तू नजर आता नही
हाल अपना...
घर के हर कोने में तू बसा है
फिर क्यों तू नजर आता नही
हाल अपना...