एक मोहब्बत ऐसी भी
सामने है बाबुल का पेड
आंगन में एक तुलसी भी
जहाँ चुभन है वही दवा है
एक मोहब्बत ऐसी भी
वो रुठे तो...
आंगन में एक तुलसी भी
जहाँ चुभन है वही दवा है
एक मोहब्बत ऐसी भी
वो रुठे तो...