नानी का घर
छुटियां होते ही होता था एक पल का बस इंतज़ार,
जल्द ही आए वो दिन जब में करू नानी के घर का दीदार।
नानी के घर लग जाता था बाजार,
जब मिलजाते थे हम , मौसी और मामा के बच्चों के साथ।
रात को सोते समय लग जाते थे गद्दे कतार से,
करते थे रात भर बातें ट्विंकल ट्विंकल लिटिल स्टार से।
सुबह होते ही सब पहुंच...
जल्द ही आए वो दिन जब में करू नानी के घर का दीदार।
नानी के घर लग जाता था बाजार,
जब मिलजाते थे हम , मौसी और मामा के बच्चों के साथ।
रात को सोते समय लग जाते थे गद्दे कतार से,
करते थे रात भर बातें ट्विंकल ट्विंकल लिटिल स्टार से।
सुबह होते ही सब पहुंच...