दिल में जो जख्म है
दिल में जो जख्म है वो दिखाए नहीं गए
उस बेवफा से नजरें मिलाए नहीं गए
अपनों का एक हूजूम मुझे छोड़ गया है
लेकिन निभाया साथ पराए नहीं गए
महफिल में देखके उसे दिवाने हुए हम
अरमान दिल के दिल में दबाए नहीं गए
माना कि मोहब्बत उसे है और किसी से
पर मुझसे उनकी यादें भुलाए नहीं गए
अब क्या है फायदा कि वो वादे वो इरादे
हम दोनों से...
उस बेवफा से नजरें मिलाए नहीं गए
अपनों का एक हूजूम मुझे छोड़ गया है
लेकिन निभाया साथ पराए नहीं गए
महफिल में देखके उसे दिवाने हुए हम
अरमान दिल के दिल में दबाए नहीं गए
माना कि मोहब्बत उसे है और किसी से
पर मुझसे उनकी यादें भुलाए नहीं गए
अब क्या है फायदा कि वो वादे वो इरादे
हम दोनों से...