जीवन की परेशानियां
जीवन की परेशानीयों और कठनाइयों में,
दिल को बहलाना भी कोई किसे सिखाता है।
कोई गर्दिशो की जद से रों पड़ता है आखिर ,
कोई खेल समझकर कुछ भी कर गुजर जाता है।
किसी को न्याय नहीं मिलेगा पैसा तख़्त जुखाता है,
अंदा है...
दिल को बहलाना भी कोई किसे सिखाता है।
कोई गर्दिशो की जद से रों पड़ता है आखिर ,
कोई खेल समझकर कुछ भी कर गुजर जाता है।
किसी को न्याय नहीं मिलेगा पैसा तख़्त जुखाता है,
अंदा है...