...

12 views

इश्क की दास्तान
हर रास्ते में साथ चलना है
गिरना है और फिर संभलना है
आधे अधूरे से जो ख्वाब देखे हैं
संग तेरे हमें पूरा करना है
कांटे जो आए पैरो तले तेरे
भाग कर उन्हें फूलों में बदलना हैं
आंधियों के हर रुख को मोड़
मुझे तेरा समंदर बनना है
जो गम आए तेरे राहों में तो
खुशियों का पैगाम ले बरसना है
इश्क ,इबादत और मेरी आदत है तू
साथ चलकर तेरा हमसफर बनना है
नफरतों की परतें यहां बहुत जमी है
अब तो हमे बस इश्क करना है
© silver mess