मेरा एक काम कर दो...
मेरा एक काम कर दो...
अपनी ज़िन्दगी दरअसल मेरे नाम कर दो..
तेरे हर दर्द को हंस कर पी जाऊंगी..
तेरे जख्मों के लिए मलहम बन जाऊंगी...
इस कदर इश्क़ का पैगाम कर दो..
अपनी ज़िन्दगी दरअसल मेरे नाम कर दो..
तेरे घर को अपना घर बनाऊंगी...
तुझे रोज अपने हाथो से खाना...
अपनी ज़िन्दगी दरअसल मेरे नाम कर दो..
तेरे हर दर्द को हंस कर पी जाऊंगी..
तेरे जख्मों के लिए मलहम बन जाऊंगी...
इस कदर इश्क़ का पैगाम कर दो..
अपनी ज़िन्दगी दरअसल मेरे नाम कर दो..
तेरे घर को अपना घर बनाऊंगी...
तुझे रोज अपने हाथो से खाना...