जब सहर आयेंगे तेरे...
जब सहर आयेंगे तेरे,
कुछ गुलाब के फूल लेते आएंगे...
हम तेरे लिए,
कुछ तेरी बात न सुन पाने
की माफी के लिए होंगे ...
कुछ अपनी बात न कह...
कुछ गुलाब के फूल लेते आएंगे...
हम तेरे लिए,
कुछ तेरी बात न सुन पाने
की माफी के लिए होंगे ...
कुछ अपनी बात न कह...