जब से हुई है मेरी आमद शहर में तेरे… मुझसे रूठे रूठे सारे मयखाने हैं
#मयखाने
मुझे भी सिखा दो कोई मेयखानों में पीना
सुना है मेहंगें नशे सस्ते ग़मों को भुला...
मुझे भी सिखा दो कोई मेयखानों में पीना
सुना है मेहंगें नशे सस्ते ग़मों को भुला...