मैं हूँ
न ज़्यादा भोगी न ज़्यादा त्यागी मध्यम मार्ग का हूँ राही,
धर्म से कोसों दूर हूँ मैं मानवता का बस हूँ एक पूजारी,
सच का दामन यूँ थामा...
धर्म से कोसों दूर हूँ मैं मानवता का बस हूँ एक पूजारी,
सच का दामन यूँ थामा...