...

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स्मरण करले
लडकीयां भी है अधिकारी
अपना जीवनयापन करने को
ये बात तु स्वीकार करले
कुछ उनके बारे में बोलने से पहले
अपनी बहन या मां का स्मरण करले।

शिव ने सर झुकाए पार्वती के सामने
कृष्णा ने भी सर झुकाए राधा के सामने
तु भी एक बार‌ अपनी पत्नी को नमन करले
किसी स्त्री के साथ गलत करने से पहले
अपनी मां,बहन और पत्नी को स्मरण करले ।


कुछ समझ में ना आएं
कुछ पता ना चल पाएं
चाहे क्यों ना मन ही घबड़ाएं
एक बार अपनी मां या मां दुर्गा को स्मरण करले
किसी स्त्री के साथ दुर्व्यवहार करने से पहले अपनी मां को स्मरण करले।


किसी को अगर तु चाहता है
किसी को अगर मन्नत में मांगता है
तो थोड़ा सब्र करले
प्रेम के नाम पर तेजाब ना फेक
थोडा सब्र करले, कुछ करने से पहले अपनी बहन या मां को स्मरण करले।

अगर वोह तुझे इनकार कर दे
तुझसे मोहब्बत नहीं वोह स्वीकार करले
तो तु भी उसको समझ,उसकी बातों को स्वीकार करले
प्रेम और आकर्षण में फरक करले, प्रेम करने से पहले प्रेम को समझ ले
कुछ ग़लत करने से पहले,एक बार अपनी बहन को स्मरण करले।


कितनो को मारता जाएगा
कितनो को सताएगा
एक बार लड़कीयों कि इज्जत करले
सिर्फ शारीरिक रूप से किसी का बलात्कार नहीं होता
मानसिक भी होता है ये समझ ले, अपने वजूद के कारण को समझ ले, मां को स्मरण करले।
© Premyogi
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