सुकून
जो सुकून तुझसे बात करने में मिलता था..
अब वो ना रहा यारा...
तुझसे मुहब्बत करने को तो जी चाहता है..
पर दिल बहुत डरा है यारा...।
तेरी आवाज़ सुन कर ...
अब बिता कल याद आता है...
जिसमें मैं तड़प रही थी...
वो एक एक पल याद आता है..।
मुझे तेरी बेवफ़ाई का दर्द...
बहुत रुलाता है...
मैं खामोश रहती हूं...
मेरा सब्र सब कह...
अब वो ना रहा यारा...
तुझसे मुहब्बत करने को तो जी चाहता है..
पर दिल बहुत डरा है यारा...।
तेरी आवाज़ सुन कर ...
अब बिता कल याद आता है...
जिसमें मैं तड़प रही थी...
वो एक एक पल याद आता है..।
मुझे तेरी बेवफ़ाई का दर्द...
बहुत रुलाता है...
मैं खामोश रहती हूं...
मेरा सब्र सब कह...