सुकून
जो सुकून तुझसे बात करने में मिलता था..
अब वो ना रहा यारा...
तुझसे मुहब्बत करने को तो जी चाहता है..
पर दिल बहुत डरा है यारा...।
तेरी आवाज़ सुन कर ...
अब बिता कल याद आता है...
जिसमें मैं तड़प रही थी...
वो एक एक पल याद आता है..।
मुझे तेरी बेवफ़ाई का दर्द...
बहुत रुलाता है...
मैं खामोश रहती हूं...
मेरा सब्र सब कह जाता है...।
जी तो चाहता है..
तुझे गले लगा लूं...
मगर तू किसी और का है...
मुझे अचानक याद आता है...।
तूने मिलने का वादा किया था...
वो भी तोड़ दिया यारा...
मुझे तुझसे ही उम्मीद थी...
तूने भी छोड़ दिया यारा...।
तुझे खाना खिलाना बाकी है...
तेरे साथ अभी घूमना भी था...
हमें पार्क में मिलना था...
प्यार में डूबना भी था...।
काश कि मेरे सपने सच होते...
हम तुम साथ होते...
तेरी आंखों में मैं जहां देख लेती...
मेरे हाथों में तेरे हाथ होते...।
तुम्हारी
बेनाम प्रेमिका
मेरे अशर।
© jyoti
अब वो ना रहा यारा...
तुझसे मुहब्बत करने को तो जी चाहता है..
पर दिल बहुत डरा है यारा...।
तेरी आवाज़ सुन कर ...
अब बिता कल याद आता है...
जिसमें मैं तड़प रही थी...
वो एक एक पल याद आता है..।
मुझे तेरी बेवफ़ाई का दर्द...
बहुत रुलाता है...
मैं खामोश रहती हूं...
मेरा सब्र सब कह जाता है...।
जी तो चाहता है..
तुझे गले लगा लूं...
मगर तू किसी और का है...
मुझे अचानक याद आता है...।
तूने मिलने का वादा किया था...
वो भी तोड़ दिया यारा...
मुझे तुझसे ही उम्मीद थी...
तूने भी छोड़ दिया यारा...।
तुझे खाना खिलाना बाकी है...
तेरे साथ अभी घूमना भी था...
हमें पार्क में मिलना था...
प्यार में डूबना भी था...।
काश कि मेरे सपने सच होते...
हम तुम साथ होते...
तेरी आंखों में मैं जहां देख लेती...
मेरे हाथों में तेरे हाथ होते...।
तुम्हारी
बेनाम प्रेमिका
मेरे अशर।
© jyoti