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झुखी झुखी नज़र
झुखी झुखी नज़र
नज़रें झुखी झुखी सी रहती है आज कल होठ सिले सिले से रहते है आज कल देखते है वो कुछ हमें ऐसे के साँसे थमी थमी सी रहती है आज कल , पता है उन्हें भी दिल में उमड़ा है तूफ़ान आज कल पर अब पेहेल करे कौन ये असमंजस है आज कल।
नज़रें झुखी झुखी सी रहती है आज कल होठ सिले सिले से रहते है आज कल देखते है वो कुछ हमें ऐसे के साँसे थमी थमी सी रहती है आज कल , पता है उन्हें भी दिल में उमड़ा है तूफ़ान आज कल पर अब पेहेल करे कौन ये असमंजस है आज कल।
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