बदल रहा है मौसम,ले रहा है करवट हजार।।
बदल रहा है मौसम,
ले रहा है करवट हजार।
कट रहे हैं पेड़,
बन रहे हैं दो गज मकान।।
उड़ रही है पतंगे,
आ गया है सावन का त्यौहार।...
ले रहा है करवट हजार।
कट रहे हैं पेड़,
बन रहे हैं दो गज मकान।।
उड़ रही है पतंगे,
आ गया है सावन का त्यौहार।...