...

30 views

औरते
मेरे ये पंक्तियां लिखने का उद्देश्य किसी भी पुरुष को निम्न स्तर का दिखाना नहीं है।
अपितु कुछ बुद्धिमान पुरुष जो स्त्रियो को मंदबुद्धि समझते है।।
उनके लिए एक संदेश है ।
की कृपा इस विचारधारा से स्वयं को मुक्त करले क्युकी हर समय सत्य वह नहीं होता जो आप सोचते है ।
पुरुष स्त्री दोनो ही ईश्वर की अदभुत रचना है ।
परंतु दोनो में बहुत ही बड़ा अंतर है इस बात से अछूता नही रहा जा सकता है ।
दोनो कि योग्यताएं , क्षमताएं , और शारीरिक संरचनाएं भी भिन्न भिन्न है ।

(परंतु आज मेरा विषय सिर्फ स्त्रियां है )

.स्त्रियों को मंदबुद्धि न समझे क्युकी आप भले ही उनकी बुद्धिमता से परिचित ना हो किन्तु ये सत्य है कितने उधारन है ।।
" लोपमुद्रा , गार्गी , गोशा, अपाला ,अरुंधती "
इन्होंने वैदिक युग में ही अपने बुद्धिमत्ता का परिचय दिया ।।


. स्त्रिया मानसिक रूप से इतनी सबल होती...