मां
मां बिन ना मैं- मैं हुं
मां बिन ना तुम -तुम हो
मां है तो है ये दुनिया
मां जैसी क्या दुनिया में कोई है?
मां, परियों की एक बस्ती है
जिसमें हर एक बच्चे कि जान बसती है
कोई भी औलाद तब आता है गुरूर में
जब उसकी मां,उसके वजह से हंसतीं है।
© Shreya tiwari
मां बिन ना तुम -तुम हो
मां है तो है ये दुनिया
मां जैसी क्या दुनिया में कोई है?
मां, परियों की एक बस्ती है
जिसमें हर एक बच्चे कि जान बसती है
कोई भी औलाद तब आता है गुरूर में
जब उसकी मां,उसके वजह से हंसतीं है।
© Shreya tiwari