...

3 views

तस्वीर
नमस्कार ,मैं हूँ तस्वीर
आशिकों के दिल पे मारता तीर
कई लोग लिए घूमते मुझको
हो अच्छी या बूरी तक़दीर |

जुर्म के खिलाफ देती हूँ सबूत
निर्दोषों की जान बचाती ,
इसलिए सरकार ने करदी
कई जगहों पर मेरी तैनाती |

पाठक में रूचि लाने के लिए
कभी पुस्तक में छप जाती ,
तो कभी किसी की याद में
दीवारों पर लटक जाती|

अतः भूलने ना दूंगी किसी को
करती रहूंगी सब पे अधिकार ,
जन्म से लेकर मृत्यु तक
सदा पड़ेगी मेरी दरकार |









© अविनाश कुमार साह
© All Rights Reserved