बुद्धि का इस्तेमाल
चिकनी चुपड़ी बातें करते हुए,
मक्खन लगाते हुए,
आगे पीछे डोलते हुए,
निखर जाएगा हर वो प्राणी,
जो अपने दिमाग का दही करता है।
अरे रुको रुको,
तात्पर्य यह है-
जो अपने ज्ञान का,
न कभी करें...
मक्खन लगाते हुए,
आगे पीछे डोलते हुए,
निखर जाएगा हर वो प्राणी,
जो अपने दिमाग का दही करता है।
अरे रुको रुको,
तात्पर्य यह है-
जो अपने ज्ञान का,
न कभी करें...