बारिश की बूंदें
आज बारिश की बूंदें फिर निकल पड़ी
एक नये सफर की आस में
छोड़ कर ऊंचे बादल
मुक्कमल जहान की तलाश में
कुछ मिल गईं मिट्टी में सौंधी खुशबू बन गईं
कुछ गिर गईं पेडो़ं पर पत्तियों...
एक नये सफर की आस में
छोड़ कर ऊंचे बादल
मुक्कमल जहान की तलाश में
कुछ मिल गईं मिट्टी में सौंधी खुशबू बन गईं
कुछ गिर गईं पेडो़ं पर पत्तियों...