पुरुष भी चाहते हैं स्त्री हो जाना..!!
पुरुष भी चाहते हैं..
एक मजबूत कंधा
कभी-कभी सर रख कर रोने के लिए,
कोमल हृदय वाली स्त्री
उनके कठोर मन को समझने के लिए.
थोड़ी स्वतंत्रता
कुछ गलतियां करने के लिए.
एक साहस
अपने पिता को बेझिझक
गले लगाने के लिए,
एक सराहना
उनका मनोबल
मजबूत बनाए रखने के लिए.
दो प्रेम के बोल
उनके हृदय को सुख देने के लिए,
पुरुष भी चाहते है कभी-कभी स्त्री हो जाना..!!
© mayank varma
एक मजबूत कंधा
कभी-कभी सर रख कर रोने के लिए,
कोमल हृदय वाली स्त्री
उनके कठोर मन को समझने के लिए.
थोड़ी स्वतंत्रता
कुछ गलतियां करने के लिए.
एक साहस
अपने पिता को बेझिझक
गले लगाने के लिए,
एक सराहना
उनका मनोबल
मजबूत बनाए रखने के लिए.
दो प्रेम के बोल
उनके हृदय को सुख देने के लिए,
पुरुष भी चाहते है कभी-कभी स्त्री हो जाना..!!
© mayank varma