KYUN..!!
बेबाक सी मैं , आज KYUN! खामोश रह गयी...
बेफिक्र सी मैं , आज KYUN! फ़िक्र करने लगयी.
मन मर्ज़ी करने वाली , आज KYUN! मन मार रही...
ढूंढ लेती थी जो खुदको गुमनाम रास्तों मे , आज KYUN! किसी भीड मे गुम हो गयी...
हर बात पे जो हसती थी , आज KYUN! बात बात पे रोने लग गयी..
क्या यही थी मैं जो मैं आज हो गयी..?
क्या थी मैं और आज क्या हो गयी..!
बेफिक्र सी मैं , आज KYUN! फ़िक्र करने लगयी.
मन मर्ज़ी करने वाली , आज KYUN! मन मार रही...
ढूंढ लेती थी जो खुदको गुमनाम रास्तों मे , आज KYUN! किसी भीड मे गुम हो गयी...
हर बात पे जो हसती थी , आज KYUN! बात बात पे रोने लग गयी..
क्या यही थी मैं जो मैं आज हो गयी..?
क्या थी मैं और आज क्या हो गयी..!