YOU & ME
YOU & ME
मैं अकेली सी अल्हड़ सी
राह ताकती किनारों पे
अचानक से तुम आ गए
मैं तसल्ली की चरवाह
उभरती हुई राहों में
अचानक से तुम आ गए
मैं उलझनों की एक क़िताब
लिखती हुई तख्ती पे
अचानक से तुम आ गए
मैं फिसलती हाथों में रेत सी
सागर की ओर भागते हुए
अचानक से तुम आ गए
मैं साथ की भूखी
ज़िंदगी से मौत की तरफ़
अचानक से तुम आ गए
© firkiwali
मैं अकेली सी अल्हड़ सी
राह ताकती किनारों पे
अचानक से तुम आ गए
मैं तसल्ली की चरवाह
उभरती हुई राहों में
अचानक से तुम आ गए
मैं उलझनों की एक क़िताब
लिखती हुई तख्ती पे
अचानक से तुम आ गए
मैं फिसलती हाथों में रेत सी
सागर की ओर भागते हुए
अचानक से तुम आ गए
मैं साथ की भूखी
ज़िंदगी से मौत की तरफ़
अचानक से तुम आ गए
© firkiwali