Poetry
हे ईश्वर ये क्या हो रहा हे,
तू ये बता,
तू नाराज़ किस बात से हे हमारी,
तू ये बता,
नासमझ हे हम जो ना समझते तेरे कायदों को,
इन कायदों को तोड़ने का क्या ये कोई डंड है,
तू ये बता,
तूने हर कदम पर हमें सम्भाला हे,
हम नादान बच्चें हे ना तेरे,
तू ये बता,
आज फिर जरूरत हे इस संसार को...
तू ये बता,
तू नाराज़ किस बात से हे हमारी,
तू ये बता,
नासमझ हे हम जो ना समझते तेरे कायदों को,
इन कायदों को तोड़ने का क्या ये कोई डंड है,
तू ये बता,
तूने हर कदम पर हमें सम्भाला हे,
हम नादान बच्चें हे ना तेरे,
तू ये बता,
आज फिर जरूरत हे इस संसार को...