तेरे इश्क़ का हम पे आलम भी देखा
तेरे इश्क़ का हम पे आलम भी देखा
वो हम ने मुहब्बत का मौसम भी देखा
हुई वस्ल की रात हम को मयस्सर
फ़ज़ाओं में गूँजा वो सरगम भी देखा
लगा तीर सीने में घायल हुआ पर
तिरे हाथ में मैंने मरहम भी...
वो हम ने मुहब्बत का मौसम भी देखा
हुई वस्ल की रात हम को मयस्सर
फ़ज़ाओं में गूँजा वो सरगम भी देखा
लगा तीर सीने में घायल हुआ पर
तिरे हाथ में मैंने मरहम भी...