...

10 views

ज़ख्म
ज़ख्म है बहुत ही गहरे है
मगर ठीक है यह मेरी
महोब्बत के है
इनको पूछो जो कैसी जलन दे रहें
इनसे पूछो कि क्यों तुम यहां हो लगे
तो ये और ही गहरे उतर जाते है
उनकी यादों में हम को डूबा जाते है
हमको अंदर ही अंदर जला जाते है
अगर इनको कह दो कि भर जाओ अब तो
अगर इनसे कह दो कि न सताओ अब तो
तो ये मुझ ही से वापिस गिला करते है
कि जनाब आप क्यों उनसे मिला करते है
वरना हम ख़ुद को हर दफा सिला करते है
ये ज़ख्म है और मुझे पसंद है
भर जायेंगे तो हम कहां बचेंगे
यही तो है जो मेरे वजूद को संभाले रखे है
हां दर्द देते है बहुत ही गहरे है
मगर ठीक है ये मेरी
महोब्बत के है

© Pavan