कविता और तुम
कभी कभी कुछ खोजते हुए
मिल जाता है वो
जो खोजा नहीं जा रहा
अनायास ही.........
जैसे मिलती है कभी कोई कविता
किसी तुड़े मुड़े पन्ने पर।
याद नहीं...
मिल जाता है वो
जो खोजा नहीं जा रहा
अनायास ही.........
जैसे मिलती है कभी कोई कविता
किसी तुड़े मुड़े पन्ने पर।
याद नहीं...