...

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आग का संदेश-वाहक
इश्क में सच्चा था वो मेरी तरह
बेवफा तो आजमाने से हुआ था
वो धुवां था, आग का संदेश-वाहक
बिन कहे भी, बात सारी कह रहा था।
नाहक मैने जी जलाया,
नाहक थी मेरी वो लगन
नाहक मुझे अब भी याद है,
तेरी छुअन, तेरी छुअन
वो प्रवाह था, व्यक्ति नहीं था
अनायास मुझमें बह रहा था
वो धुवां था, आग का संदेश-वाहक
बिन कहे भी, बात सारी कह रहा था।

© वियोगी (the writer)