यादें
तुम्हारी तरफ बचा हुआ हिसाब दे दो
मिरे अनसुलझे सवालो का जवाब दे दो...
छुपा कर रखा था जो तुम्हारे आँचल मे
मेरा खोया हुआ वो मुझे महताब दे दो...
मै भुल ना सकुंगा तुम्हे तुम मुझे भुला दो
किताबो मे रखा हुआ मेरा गुलाब दे दो...
जरा परेशाँ सा हु मै इश्क मे अब साकी
खाली है पैमाना मुझे थोडी शराब दे दो...
लिखी थी चंद गजले तुम्हारी तारिफ मे
लौटा कर मुझे वो सुहानी किताब दे दो...
© संदीप देशमुख
मिरे अनसुलझे सवालो का जवाब दे दो...
छुपा कर रखा था जो तुम्हारे आँचल मे
मेरा खोया हुआ वो मुझे महताब दे दो...
मै भुल ना सकुंगा तुम्हे तुम मुझे भुला दो
किताबो मे रखा हुआ मेरा गुलाब दे दो...
जरा परेशाँ सा हु मै इश्क मे अब साकी
खाली है पैमाना मुझे थोडी शराब दे दो...
लिखी थी चंद गजले तुम्हारी तारिफ मे
लौटा कर मुझे वो सुहानी किताब दे दो...
© संदीप देशमुख