यादों की तकलीफ़
हर शाम तेरी यादें दस्तक दे जाती हैं,
दिल के वीराने में खामोशी बस जाती है।
तेरी हंसी की खनक अब सन्नाटे में है,
तेरा साथ जैसे एक अधूरी दुआ में है।
वो लम्हे, जो कभी दिल को सुकून...
दिल के वीराने में खामोशी बस जाती है।
तेरी हंसी की खनक अब सन्नाटे में है,
तेरा साथ जैसे एक अधूरी दुआ में है।
वो लम्हे, जो कभी दिल को सुकून...